11/02/2010

शुभ दीपावली

फुलझड़ियाँ नन्हे जला रहे 
चकरी संग चक्कर लगा रहे
वह देखो रस्सी नाच रही
अनार भी झिलमिला रहे|
हम दीपावली मना रहे|

दीपों की जगमग गली-गली
घर-घर में रौनक लगी लगी
पूजा की थाली सजा रहे
हम दीपावली मना रहे|

घर को महका रहे व्यंजन
सजधज कर दमक रहा आँगन
मेहमान भी आ-जा रहे
हम दीपावली मना रहे|

नए कपड़ों मे सजेधजे
बच्चों के देखो मजे-मजे
पटाखे खूब चला रहे
हम दीपावली मना रहे|

फुलझड़ियाँ नन्हे जला रहे 
चकरी संग चक्कर लगा रहे
वह देखो रस्सी नाच रही
अनार भी झिलमिला रहे|
हम दीपावली मना रहे|

3 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर रचना...दीपावली की शुभकामनाएँ|

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  2. दीवाली का सुंदर चित्रण, दीवाली की शुभकामनायें

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  3. हवाओ के हाथ अरमान भेजा हे ,
    नेटवर्क के जरिये पैगाम भेजा हे ,
    फुर्सत मिले तो कबूल करना ,
    रियासत -ऐ - छोटी - खाटू के शहजादे ने दीपावली का सलाम भेजा हे .

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