फुलझड़ियाँ नन्हे जला रहे
चकरी संग चक्कर लगा रहे
वह देखो रस्सी नाच रही
अनार भी झिलमिला रहे|
हम दीपावली मना रहे|
दीपों की जगमग गली-गली
घर-घर में रौनक लगी लगी
पूजा की थाली सजा रहे
हम दीपावली मना रहे|
घर को महका रहे व्यंजन
सजधज कर दमक रहा आँगन
मेहमान भी आ-जा रहे
हम दीपावली मना रहे|
नए कपड़ों मे सजेधजे
बच्चों के देखो मजे-मजे
पटाखे खूब चला रहे
हम दीपावली मना रहे|
फुलझड़ियाँ नन्हे जला रहे
चकरी संग चक्कर लगा रहे
वह देखो रस्सी नाच रही
अनार भी झिलमिला रहे|
हम दीपावली मना रहे|
बहुत सुन्दर रचना...दीपावली की शुभकामनाएँ|
जवाब देंहटाएंदीवाली का सुंदर चित्रण, दीवाली की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंहवाओ के हाथ अरमान भेजा हे ,
जवाब देंहटाएंनेटवर्क के जरिये पैगाम भेजा हे ,
फुर्सत मिले तो कबूल करना ,
रियासत -ऐ - छोटी - खाटू के शहजादे ने दीपावली का सलाम भेजा हे .