क्या बात छुपी है ? बोलो
यह किस्मत की रेखाए है,
तुम राज तो इनके खोलो|
ये हाथ तो बढ़ते जायेंगे
मंजिल को जल्द ही पाएंगे
ये किस्मत की रेखाओ को
अब उज्वल बनायेंगे|
खुद को मजबूत बनायेंगे
हम मेहनत करते जायेंगे
इन हाथों मे जो बात छुपी
हम सबके सामने लायेंगे|
इन छोटे-छोटे हाथों मे
क्या बात छुपी है ? बोलो
यह किस्मत की रेखाए है,
बहुत सुन्दर रिदम और बेहद नाज़ुक रचना.
जवाब देंहटाएंनिरंतर लेखन हेतु शुभकामनाएं.
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वात्स्यायन गली